Historical Facts: दुनिया आज चाँद तक पहोच चुकी हे, जिसमे हमने चाँद सितारों की सफर भी कर ली हे। जब से दुनिया का जन्म हुआ तब से लेकर आधुनिक समय तक हमने कई सारी चीजों में प्रगति कर ली हे। जब हम किसी चीज से आगे बढ़ जाते हे तो हमारे पीछे रह जाता एक सुनहरा इतिहास की जिसमे कई सारे राज़ दफ़न होते हे। हमारा ये लेख Historical Facts in Hindi इतिहास के कुछ ऐसे तथ्य बताने वाला हे जो आप स्कुल में कभी नहीं पठ पाए।
5 Historical Facts In Hindi
Historical Facts in Hindi 1: दुनिया की सबसे सफल समुद्री डाकू एक महिला
समुद्री डाकू की बात करे तो हमारे जहँ में हॉलीवुड की मूवी का कप्तान जेक स्पेरो ही आ जाता हे। लेकिन आपको ये बात जानकर आश्चर्य होगा की इतिहास में दुनिया की सबसे सफल समुद्री डाकू एक महिला थी। उसका नाम चिंग शिह था | चिंग शिह चीन में एक वेश्या थी। यह तब तक था जब तक कि रेड फ्लैग फ्लीट के कमांडर ने उसे खरीद लिया और उससे शादी कर ली।
रेड फ्लैग फ्लीट समुद्री जहाँ का एक कमांडर था। जिसने चिंग शिह को सिर्फ एक पत्नी के रूप में देखने के बजाय, उसे अपने बराबर माना था। चिंग शिह की जिंदगी आराम से गुजर रही थी। पति का प्यार और काम दोनों मिलने की वजह से चिंग शिह बहोत खुश रहती थी। लेकिन चिंग शिह की खुसिया ज्यादा दिन नहीं चली। बीमारी की वजह से चिंग शिह के पति की अचानक से मृत्यु हो गयी।
चिंग शिह सर पर मानो मुसीबतो का पहाड़ गिर पड़ा। लेकिन इस मुश्किल स्थिति में चिंग शिह ने एक एहम फैसला लिया और वो समूह की कप्तान बन गईं। शिह के नेतृत्व में, रेड फ्लैग फ्लीट में 300 से अधिक युद्धपोत शामिल थे, जिसमें संभावित 1,200 से ज्यादा सहायक जहाज थे। उसके पास संभावित 40,000 – 80,000 पुरुष, महिलाएं और बच्चे थे।
चिंग शिह ने अपने काल में चीन के आसपास रहेने वाले सारे लोगो को आतंकित किया था। युद्ध में रेड फ्लैग फ्लीट आक्रमणकारियों का समूह एक भयानक समूह मना जाता था। एक समय के बाद चिंग शिह ने आतंक का रास्ता छोड़ दिया था। बाद में चीनी सरकार ने चिंग शिह और उसके पूरे समूह को क्षमा दान दिया था।
Historical Facts in Hindi 2: वाइकिंग्स ने खोज किया अमेरिका
अमेरिका की जिसे आज के समय में महान और विकसित देश माना जाता है। अमेरिका कि शोध के बारे में कई मतभेद हे। जिसमे से एक कहानी बताती हे की अमेरिका कि शोध एक युवक ने की थी। जिसे नाव चलाना बहुत पसंद था। जिसका नाम क्रिस्टोफर कोलंबस था। क्रिस्टोफर कोलंबस को अमेरिका की खोज करने वाले पहेले व्यक्ति के तौर पर माना जाता हे। कोलंबस ने 12 अक्टूबर, 1492 को अमेरिका की खोज की थी।
लेकिन एक नई स्टडी में दावा किया गया है कि कोलंबस से करीब 500 साल पहले यूरोपियन उस देश में पहुंच गए थे। स्टडी में नॉर्थ अमेरिका में वाइकिंग की मौजूदगी का दावा किया गया। उस जमाने में वाइकिंग्स को समुद्री डाकू भी कहा जाता था।
स्टडी के मुताबिक, एक नई प्रकार की डेटिंग तकनीक से पता चला है कि 1021 ईसवी में (हजारो साल पहले) कोलंबस की पहली यात्रा से 471 साल पहले, कनाडा के न्यूफ़ाउंडलैंड द्वीप के पास लकड़ी की फ़्रेम वाली इमारतें खड़ी थीं, जो इस बात का सबूत है कि वाइकिंग्स कोलंबस से पहले ‘नई दुनिया’ में पहुंचे थे।
Historical Facts in Hindi 3: चाय की शुरुआत भारत में हुई थी?
चाय की तलब के बारे में तो शायद आपको पता ही होगा | सर्दी हो या गर्मी चाय के बिना हमारा दिन शुरू ही नहीं होता। चाय हमारी रोज़ाना की जरूरत का एक बड़ा हिस्सा है। चाहे घर पर चाय बनानी हो या फिर टपरी की वाली चाय पीनी हो भारतीयों का चाय से लगाव बहुत ही खास हे।
चाय की शुरुआत आज से 5000 साल पहले चीन में हुई थी। चाय को लेकर अक्सर ब्रिटेन को भी याद किया जाता है, लेकिन जो बात आपको नहीं पता वो ये कि ब्रिटेन ने चाय की दीवानगी में कई देशों से दुश्मनी मोल ले ली थी। चाय की बाते और कहानिया बहोत हे, जो चीन, ब्रिटेन की यात्रा करते हुए भारत में आती हे।
प्रचलित कहानी के अनुसार चीन के शासक शेंग नुंग ने चाय का आविष्कार किया था। जो एक गलती के कारन हो गया था। दरअसल एक जंगली पौधे की पत्तियां शेंग नुंग के उबलते हुए पानी के बर्तन में जा गिरी थीं। जब पत्तियां पानी में गिरी तो उसमें से बहुत अच्छी खुशबू आने लगी और उसका रंग बदलने लगा।
तब शेंग नुंग ने इसे पी लिया और शासक को इसे पीकर इतना अच्छा लगा था जैसे उनके पूरे शरीर में ताजगी आ गई हो और उन्हें खुशी का अहसास होने लगा। उस दौरान शेंग नुंग ने चाय का नाम “चा.आ” रखा था। समय जेसे जेसे चलता गया इसका कारोबार अन्य देश में भी होने लगा।
भारत में चाय को पहेली बार अंग्रेज 1834 में लेके आये। हम भारतीयों को चाय का स्वाद इतना भ गया की चाय हमारी रोजाना आदत बन चुकी हे। अंग्रेज तो चले गए लेकिन पीछे रह गया एक सुनेहरा इतिहास, चाय का इतिहास.
Historical Facts in Hindi 4: प्राचीन वोयनिच पांडुलिपि
दुनिया में कई सारी लिपि या मौजूद हे। लेकिन इस सभी में से वोयनिच पांडुलिपि नामक एक प्राचीन पाठ अभी भी वैज्ञानिकों को चकित करता है। क्योंकि पांडुलिपि में 246 चर्मपत्र पृष्ठ हैं जो 17 गुणा 24 सेंटीमीटर नापते हैं, ये चर्मपत्र पृष्ठ सुलेख हस्तलेखन से भरे हुए हैं, इसमें आकस्मिक रूप से किए गए रंग चित्रण हे, साथ ही सितारों की छवियां भी शामिल हैं।
राशि चिन्ह पुस्तक में विभिन्न पौधों के लगभग 400 रंगीन चित्र हैं, लेकिन हाल तक उनमें से किसी की भी पहचान नहीं की जा सकती थी। लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कोई भी यह नहीं बता सका कि किताब किस भाषा में लिखी गई है |
एक अज्ञात भाषा में हाथ से लिखी गई, वोयनिच पांडुलिपि की कार्बन तिथि लगभग 1404 – 1438 बताई जाती है। इसमें से कुछ पृष्ठ गायब हैं, और उनमें से कुछ फोल्ड करने योग्य पुल-आउट पृष्ठ हैं, जबकि अधिकांश पृष्ठों में चित्र हैं। सैकड़ों क्रिप्टोग्राफर्स और मास्टर कोडब्रेकर्स ने वर्षों से इसे समझने की कोशिश की है, लेकिन कोई भी इसके अर्थ या मूल को समझने में सफल नहीं हुआ है।
Historical Facts in Hindi 5: पीसा का मीनार एक रहस्य
पीसा के मीनार का निर्माण सन 1173 में शुरू हुआ था और यह कार्य 200 वर्षों तक चलता रहा। सन 1399 में टोमासो पिसानो ने टावर का काम पूरा किया। 8 मंजिलों की इस मीनार की जब 3 मंजिल बनी तो इस मीनार में झुकने लगा। आज भी पीसा की यह झुकाव मीनार को गिरने से बचाने के लिए लगातार कई संभव प्रयास किए जा रहे हैं ताकि मीनार को देखने के लिए आने वालों के लिए भी आकर्षण स्थल के रूप में ऐतिहासिक बनी रहे।
इटली के लीनिंग टावर का यह रहस्य पूरी दुनिया को चौकाने वाला है कि इस पीसा की मीनार में ऐसा क्या है जो इसे गिरने से बचा रहा है। कुछ वैज्ञानिकों ने इस रहस्य के बारे में जानकारी दी है कि पीसा की मीनार की नीव बनाने में एक विशेष प्रकार की अस्पष्ट मिट्टी (मुलायम मिट्टी) का उपयोग किया गया था।
इस अस्पष्ट मिट्टी के कारण आज भी यह मीनार जुकी हुई है। वैज्ञानिकों ने इसी मिट्टी को इस मीनार के अब तक जीवित रहने का कवच बताया है। जब यह मीनार बनी हुई थी तब से 4 बड़े भूकंप भी आ चुके हैं लेकिन इटली में स्थित इस मीनार को हिला भी नहीं पाया। इस अस्पष्ट मिट्टी (मुलायम मिट्टी) की ख़ास बात यह है कि भूकंप से होने वाले कम्पैन को यह मिट्टी स्वयं ही संभालती है।
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Conclusion
दोस्तों हमारे इस लेख Historical Facts in Hindi में हमने आपको दुनिया के कुछ ऐसे तथ्य बताये हे जो आपकी ज्ञान की समता को बढ़ा देगा। दुनिया में कई सारी ऐसी चीजे और घटनाये हे जिससे आप लोग अनजान हो। हमारी वेबसाइट Factonisam.com का सदैव यही प्रयास रहता हे की हम आप तक कुछ ऐसी चीजे लाये जिससे जानकर आपके ज्ञान में बढती हो। इस लेख में हमने दुनिया के 5 अदभुत फैक्ट्स बताये हे। आने वाले लेख में भी हम ऐसी ही तथ्य लाते रहेंगे।
FAQ
1: What is Ching Shih famous for? चिंग शिह किस लिए प्रसिद्ध है?
चिंग शिह चीन में डरावनी महिला समुद्री थी। राजवंश के दौरान चिंग शिह लूटपाट के लिए प्रसिद्ध थी। जिन्हे इतिहास में सबसे सफल समुद्री डाकू माना जाता है
2: Did the Vikings find America? क्या वाइकिंग्स ने अमेरिका को खोजा?
दुनिया जानती हे की कोलंबस अमेरिका पहुंचने वाले अंतिम खोजकर्ताओं में से एक था। लेकिन एक स्टडी ने बताया हे की कोलंबस से पांच सौ साल पहले, लीफ एरिकसन के नेतृत्व में वाइकिंग्स के एक साहसी बैंड ने उत्तरी अमेरिका में कदम रखा था और एक समझौता स्थापित किया था। जिसकी बात का कोई सच्चा साबुत अभी तक नहीं मिला हे।
3: Tea Originated in India? चाय की शुरुआत भारत में हुई थी?
ज्यादातर लोग ये मानते हैं कि चाय का अविष्कार है भारत में हुआ था। लेकिन ऐसा नहीं है। चाय की शुरुआत चीन से हुई थी
4: What does Voynich Manuscript say? वोयनिच पांडुलिपि क्या कहती है?
इतिहास के शोधकर्ता निकोलस गिब्स के अनुसार, रहस्यमय मध्यकालीन वॉयनिच पांडुलिपि शायद एक महिला स्वास्थ्य मैनुअल है क्योंकि पुस्तक में स्नान करने वाली महिलाओं की अनगिनत छवियां हैं।
5: Why Pisa tower is Famous? पीसा की मीनार क्या है??
पीसा की झुकी हुई मीनार, इटली के पीसा में एक मध्यकालीन संरचना है, जो अपनी नींव के बसने के लिए प्रसिद्ध है