सबसे शक्तिसाली टेलिस्कोप James Webb Space Telescope जिसे दिसंबर 2021 में लॉन्च किया गया था। जो ब्रह्मांड के अतीत के हर चरण की जाँच करने वाला हे। James Webb Space Telescope को हबल टेलीस्कोप का उत्तराधिकारी कहा जाता हे । तो क्या खास बात हे जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप में, क्यों ये टेलीस्कोप सबसे बढ़िया माना जाता हे ? इन सारे सवालों का जवाब आपको हमारे इस लेख में मिलने वाला हे। साथ ही साथ इस लेख में James Webb Space Telescope के मजेदार फैक्ट्स आप जानने वाले हे।
James Webb Space Telescope
जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप को क्रिसमस 2021 में लॉन्च किया गया था। जो फरवरी में अपने ऑर्बिट में पहुंच गया था। James Webb Space Telescope ने सबसे दूर की तस्वीर जारी करके दुनिया हैरान कर दिया हे। लेकिन James Webb Space Telescope आज फिरसे खबरों में आ गया है। जिसका कारन टेलीस्कोप में आयी हुई क्षति है। जिसे ठीक करना फिलहाल के लिए नामुमकिन लग रहा हे। तो चलिए James Webb Space Telescope के मजेदार फैक्ट्स जानते हे।
10 Amazing Facts about James Webb Space Telescope
Amazing Fact 1: नामकरण
James Webb Space Telescope मूल रूप से नेक्स्ट जेनरेशन स्पेस टेलीस्कोप हे। जिसका पहले नाम JWST था। 2002 में JWST का नाम बदल कर James Webb Space Telescope कर दिया गया था। दरसल ये नाम James Edwin Webb के सम्मान में रखा गया था। James Edwin Webb नासा के सर्वोच्च रैंकिंग अधिकारी थे। जिन्होंने बुध और मिथुन कार्यक्रमों और अधिकांश अपोलो के कार्यक्रमों का निरीक्षण किया था।
Amazing Fact 2: इन्फ्रारेड प्रकाश
आप मानो या ना मानो लेकिन अंतरिक्ष में भी धूल होती हे। जो बार बार दूरबीनों के रास्ते में आ जाती है। अंतरिक्ष में आकाशगंगाओं के बनने पर बहुत अधिक धूल उड़ती है। यह धूल अत्यधिक परेशान करने वाली होती हे। लेकिन James Webb Space Telescope इन्फ्रारेड प्रकाश दृश्यमान स्पेक्ट्रम में काम करता हे। जो धूल के बादलों में आसानी से आगे बढ़ सकता है। और इसी लिए अन्य दूरबीन की तुलना में James Webb Space Telescope आकाशगंगाओं की बेहतर छवियों को कैप्चर कर सकता है।
Amazing Fact 3: मुश्किल हालात
जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप के पूरा होने की राह बहोत ही मुश्किल रहे हे। जिसे लॉन्च करने की तिथि का प्रस्तावित 2007 में रखा गया था। आसमान को छूती लागत होने के कारण मिशन को कई बार नियोजित किया गया था। इसी कारन ये प्रोजेक्ट बहोत ही देरी में चल रहा था। 2011 में भी इसे लॉन्च किया जाने वाला था। तब तकनिकी डिज़ाइन का चरण समाप्त हो गया था। 2018 के परीक्षण में टेलीस्कोप की सन शील्ड फट गई थी, और कई सारी विफलताओं का पता चला था। अगले चार साल समाधान खोजने के बाद 2021 में James Webb Space Telescope को लॉंच किया गया था।
Amazing Fact 4: सितारों का प्रकाश
प्रकाश को समझने का काम James Webb Space Telescope पूरा करता हे। प्रकाश जितना लंबा और आगे बढ़ता है, उतना ही यह अवरक्त स्पेक्ट्रम में स्थानांतरित होता है। James Webb Space Telescope में इन्फ्रारेड सेंसर का उपयोग किया गया हे जिसके जरिये छवियों को कैप्चर होती है। इससे पहले के कोई टेलीस्कोप यह क्षमता नहीं थी। हमारे ब्रह्मांड की उत्पत्ति को पीछे मुड़कर देखने की क्षमता इस टेलीस्कोप महत्वपूर्ण विशेषताओं में से एक है।
Amazing Fact 5: अवरक्त कैमरा
जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप में चार वैज्ञानिक उपकरण मौजूद हे। एक निकट-अवरक्त कैमरा, एक निकट-अवरक्त स्पेक्ट्रोग्राफ, एक संयुक्त मध्य-अवरक्त कैमरा और स्पेक्ट्रोग्राफ, और एक संयुक्त निकट-अवरक्त कैमरा, स्पेक्ट्रोग्राफ और मार्गदर्शन सेंसर। ये चार उपकरण James Webb Space Telescope को ब्रह्मांड और इसकी शुरुआत को समझने और डेटा एकत्र करने में अभूतपूर्व क्षमता प्रदान करते हैं
Amazing Fact 6: टुकड़ो में भेजा गया
जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप में अपने आप में एक कमाल हे। क्यूंकि जब इसे लॉन्च किया गया था तब ये अपने आप में पूरा मुदा हुआ था। रॉकेट के भीतर पेलोड के लिए जगह तो काफी मात्रा में होती है, लेकिन इसे फिट करने का मौका स्पेस में नहीं मिलता। अंत में अपने मुकाम पर पहोचने के बाद ये अपने आप धीरे-धीरे प्रकट हुआ था। James Webb Space Telescope को टुकड़ो में भेजा गया था। जिसे जुड़ने में अविश्वसनीय दो सप्ताह लग गए थे।
Amazing Fact 7: ठंडा अंतरिक्ष
इन्फ्रारेड टेलीस्कोप की खास बात यह है कि किसी भी प्रकार की गर्मी उन्हें बेकार कर सकती है। यही कारन हे की पृथ्वी या हबल स्पेस टेलीस्कॉप पर इन्फ्रारेड टेलीस्कोप का उपयोग नहीं कर सकते। अंतरिक्ष वास्तव में बहोत ठंडा है। जब की James Webb Space Telescope में सूर्य के प्रकाश को अत्यधिक संवेदनशील रोकने के लिए पतली परावर्तक फिल्म की पांच परतों से बना एक सन शील्ड है।
Amazing Fact 8: ईंधन की बचत
जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप में को इस तरह से बनाया गया हे की वह काम ईंधन से काम करता हे। नासा ने इस टेलिस्कोप में तकनिकी तोर पर ऐसा काम किया हे की यह ईंधन का काम से काम उपयोग करता हे। James Webb Space Telescope को सूर्य के चारों ओर अपनी कक्षा में स्थिर रखने के लिए थोड़ी मात्रा में ईंधन की आवश्यकता होती है।
Amazing Fact 9: बहेतर रिजल्ट
जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप को सूर्य के प्रकाश की छाया रखा गया हे। इसे सूर्य की कक्षा में लैग्रेंज बिंदु नामक स्थिति में रखा गया है। लैग्रेंज बिंदु अंतरिक्ष में एक अनूठी स्थिति है, जहां एक वस्तु आसानी से एक सापेक्ष स्थान के भीतर दूसरे स्थान पर रह सकती है। यह टेलीस्कोप सूर्य के चारों ओर कक्षा में रहने में सक्षम होगा। जिसके जरिये नासा को बहेतर रिजल्ट मिलता हे।
Amazing Fact 10: आकाशगंगा का अध्ययन
जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप नासा, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) और कनाडाई अंतरिक्ष एजेंसी के बीच एक अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का परिणाम है। जो अब तक का सबसे बड़ा, और शक्तिशाली टेलीस्कोप हे। यह टेलीस्कोप पृथ्वी की परिक्रमा नहीं करेगा। यह पृथ्वी से 1.5 मिलियन किलोमीटर दूर सूर्य की परिक्रमा करेगा। जो नवीनतम आकाशगंगाओं को देख सकता है और उनका अध्ययन करेगा।
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